मानव का पाचन तंत्र मुख्यत दो भागों से मिलकर बना होता है। यथा
● आहार नाल ● पाचन ग्रंथियां
मानव पाचन तंत्र आहार नाल (Human digestive system alimentary canal)
● मुख्य गुहिका
● ग्रामनली(25cm)
● आमाशय (30cm)
● छोटी ऑत (6--7मी●)
ग्रहणी (25cm)
इलियम (30cm)
● सीकम
● बडी ऑत
वृहदान्त्र
महाशय
मानव पाचन तंत्र पाचन ग्रंथियां (Human digestive system Didestive glands)
● लार ग्रन्थियों
● यकृत
● आग्नाशय
● छोटी तथा बड़ी आपके मिलने के स्थान से एक मोटी नली विकसित होती है जिसे सीकम कहते हैं इसी के छोर पर कृमिकार उभार स्थित होता है।
मानव में पोषण के पाँच चरण होते हैं।
● भोजन का अंतर्ग्रहण
● पाचन
● अवशोषण
● स्वमांगी करण
● मलत्याग
भोजन का अंतर्ग्रहण (Intake of food)
मुख्य जिस गुहा से खुलता है उसे मुखगुहा कहते हैं इस गुहा का आधार पेशीय जिन्हा का बना होता जो खाद्य पदार्थ से निकालने में सहायता करती है मुख गुहा के ऊपर एक एवं निचले दोनों जगहों जबड़ो में दांत पाए जाते हैं जो भोजन को काटने, चबाने, तथा पीसकर नरम करते हैं जिससे खाद पदार्थ आसानी से निकला जा सकता है। मुख गुहा छोटी कीप आकृति से ग्रसनी में खुलती है। जो आगे चलकर एक लंबी नलिकाकार ग्रासनली नामक रचना होती है। ग्रास नली की बिक्री पेशियां होती हैं तथा इसमें किसी प्रकार का पाचन नहीं होता है ग्रासनली एक सक्रिय पेशी होती है जो संकुचन और आकुंचन की क्रमागत क्रिया द्वारा खाद पदार्थ को मुख गुहा से अमाशय की ओर ही भेजता है।
मानव मे पाचन (digestive in humens)
अविलेय भोजन पदार्थ को भौतिक एवं रासायनिक क्रियाओं के द्वारा विलेय पदार्थ में बदलने की क्रिया को पाचन कहते हैं यह क्रिया आहार नाल में संपन्न होती है।
अवशोषण। (absorption)
द्य पदार्थों के विकसित होकर रुधिर में पहुंचने की क्रिया को अवशोषण कहते अवशोषण मुख्य रूप से छोटी आंत में होता है सरल घुलनशील बचा हुआ भोजन अधोलिखित रूप से होता है यथा पचे हुए भोजन के पूर्व अवशोषण के लिए अंत में अधिक क्षेत्र होना चाहिए इसके लिए छोटी आज के भीतर भक्ति। अनगिनत रसांकुर पाए जाते हैं जिनका कार अवशोषण के लिए अधिक पृष्ठ प्रदान करता है।
मल परित्याग (Egestion)
आहार नाल के अंदर यदि अनेक एंजाइम्स खाद्य पदार्थ के ऊपर क्रिया करते हैं फिर भी इनका कुछ अंश अपचित रह जाता है यह अवशिष्ट पदार्थ बड़ी आत में चला जाता है जहां इसका अधिकांश पानी पुनः अब शोषित हो जाता है तथा शेष ठोस अथवा अर्ध ठोस पदार्थ मल के रूप में समय-समय पर गुदा द्वारा बाहर निकाल दिया जाता है।
पाचन तंत्र के रोग।(Diseases ofdigestive system) पाचन तंत्र से संबंधित बहुत से रोग होते हैं
मानव पाचन रोग (एपेण्डीसाइटिस)
बड़ी आत में पाई जाने वाली रचना बर्मीफॉर्म एपेण्डीसाइटिस एक अवशोषण अंग है लेकिन कभी-कभी यह अपने आकार में बढ़ जाती है जिससे मनुष्य के पेट के निचले हिस्से में दर्द होने लगता है इसी बीमारी को एपेण्डीक्स करते हैं एपेण्डीसाइटिस जो जाने पर संबंधित व्यक्ति का ऑपरेशन करना वर्मीफॉर्म एपेण्डीक्स को काटकर अलग कर दिया जाता है क्योंकि या अधिकांश अंग है अतः इसके शरीर से अलग हो जाने पर मनुष्य के शरीर या उसके पाचन तंत्र का इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
मानव पाचन रोग (हाइपोग्लाइसीमिया)
इंसुलिन के अतिरिक्त के फलस्वरूप रुधिर में ग्लूकोस की मात्रा कम होने लगती है। जिससे हाइपोग्लाइसीमिया नामक रोग हो जाता है इस रोग में तंत्रिका तंत्र एवं रेटीना कोशिकाओं को ऊर्जा कम मात्रा में मिल पाती है। इस रोग से जनन क्षमता तथा दृष्टि ज्ञान कम होने लगता है व्यक्ति जो अधिक थकावट तथा ऐठन महसूस होती है उपवास या शारीरिक परिश्रम के समय कभी-कभी बेहोशी आ जाती इसे ही "इंसुलिन आघात" कहते हैं।
मानव पाचन क्रिया कैसे सुधारे
अगर स्वस्थ शरीर को रखना है तो मानव को अपनी पाचन क्रिया को भी मजबूत रखना होगा इसके लिए आपको अपने खान-पान पर ध्यान देना चाहिए। आप ऐसी चीज का सेवन ना करें इससे आपके शरीर की पाचन क्रिया की क्षमता कम हो जाए। पाचन क्रिया मजबूत करने के लिए बहुत सी दवाई आती है लेकिन कुछ आप घरेलू उपाय भी कर सकते हैं जिससे आपके पाचन क्रिया मजबूत हो जाएगी। आपको सुबह खाना खाने के बाद आपको कुछ दूर चलना चाहिए और शाम मैं भी आपको खाना खाने के बाद कुछ देर तक गोदना और भागना चाहिए। जिससे आपका पाचन क्रिया हो सके। और साथ ही साथ आपको अपने मुंह में लॉन्ग को मुंह में डाल लेना चाहिए लेनी चाहिए जिससे आपका मुंह चलता रहा जिससे पाचन क्रिया तेजी के साथ होती है और आपके पाचन क्रिया मजबूत भी बनी रहती है। और आपको। चिकनी चीज का सेवन ना करें स्वास्थ्य मैं आपको कुछ विशेष आयुर्वेदिक ट्रिप बता रहे हैं जिससे आपका पाचन क्रिया मजबूत होगी। उपयोग करने से
पाचन तंत्र मजबूत करने के घरेलू उपाय (Home remedies to strengthen the digestive system)
● पाचन क्रिया मजबूत करने के लिए आपको ज्यादा तली हुई चीजों का सेवन ना करें।
● खाना खाने के बाद आपको कुछ समय के लिए घूमना चाहिए।
● पाचन क्रिया मजबूत रखने के लिए आपको कोई चीज का ज्यादा उपयोग ना करें।
● खाना खाने के बाद। आपको अपने मुंह में। लॉन्ग। डालकर चबाना चाहिए।
● खाना खाने के बाद आपको। एक जगह नहीं बैठना चाहिए जिससे पाचन क्रिया। नहीं हो पाती है।
● खाना खाते समय आपको पानी का सेवन बहुत कम करें।
● पाचन क्रिया मजबूत रखने के लिए आपको हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
● पाचन क्रिया मजबूत रखने के लिए आपको दूध दही का सेवन कम करना चाहिए।
● पाचन क्रिया मजबूत रखने के लिए आपको योगा। प्रतिदिन करना चाहिए।
● पाचन क्रिया मजबूत रखने के लिए विटामिन डी आपके शरीर में कमी ना हो।
पाचन तंत्र खराब होने के लक्षण
● अगर आप ज्यादा तली हुई चीजों का सेवन करते हैं तो आपका पाचन तंत्र खराब हो सकता है।
● आप दूध दही का सेवन अधिक करते हैं और। आप कोई फिजिकल वर्क नहीं करते तो आपका पाचन तंत्र मजबूत नहीं रहेगा।
● अगर आप ज्यादा मिठाई से बने प्रोडक्ट का उपयोग करते हैं तो आपका पाचन क्रिया खराब हो सकता है।
● अगर आप खाना खाने के बाद तुरंत सो जाते तो आप का पाचन क्रिया खराब हो सकता है।
● पाचन आप ऐसी चीजों का सेवन करते हैं जैसे आप के पाचन में अच्छी तरह पच नहीं पाता जिससे आपका पाचन खराब भी हो सकता है।
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